Pushpa Singh

Pushpa Singh

41 Hits Pushpa Singh Mar 6, 2024, 7:04 AM
सूर्यकांत त्रिपाठी निराला एक युगांतकारी कवि है। छायावाद के प्रमुख स्तम्भ और आधुनिक काव्य में क्रान्ति के अग्रदूत निराला का जन्म मेदिनीपुर के महिषादल राज्य में सन 1899 में हुआ था।
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38 Hits Pushpa Singh Mar 6, 2024, 7:03 AM
सन 1943 में सच्चिदानन्द हीरानंद वात्स्यायन 'अज्ञेय' के नेतृत्व में हिंदी में एक आन्दोलनकारी लहर उठी जो प्रयोगवाद कहलायी। इसकी...
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37 Hits Pushpa Singh Mar 2, 2024, 10:28 AM
'राजनीतिक क्षेत्र में जो साम्यवाद है, वह काव्य के क्षेत्र में प्रगतिवाद है। " प्रगतिवादी काव्य की संज्ञा उस कविता...
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6 Hits Pushpa Singh Mar 2, 2024, 10:27 AM
बाबू गुलाबराय ने "प्रकृति में मानवीय भावों का आरोप कर जड़-चेतन के एकीकरण की प्रवृत्ति के लाक्षणिक प्रयोगो को रहस्यवाद...
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1 Hits Pushpa Singh Mar 2, 2024, 10:14 AM
हिंदी कविता में आधुनिता तथा नवीन युग के सूत्रपात का श्रेय छायावादी युग को प्रदान किया जाता है।
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54 Hits Pushpa Singh Feb 23, 2024, 5:53 AM
भारतेन्दु युग के पश्चात द्विवेदी युग का प्रारम्भ हुआ। इस युग की अवधि भारतेन्दु युग की अपेक्षा कम, मात्र 20 वर्ष रही।
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27 Hits Pushpa Singh Feb 23, 2024, 5:52 AM
भारतेन्दु युग हिंदी कविता का जागरण काल है। इस युग को हिंदी साहित्य का प्रवेश द्वार माना जाता है।
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41 Hits Pushpa Singh Feb 18, 2024, 2:51 PM
'जीवनी' तथा 'आत्मकथा' गद्य की प्रमुख विधाएँ है। किसी व्यक्ति द्वारा दूसरे व्यक्ति के जीवनवृत्त को रोचक साहित्यिक ढंग...
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46 Hits Pushpa Singh Feb 18, 2024, 2:49 PM
कहानी वास्तविक जीवन की ऐसी काल्पनिक कथा है जो छोटी होते हुए भी स्वतः पूर्ण और सुसंगठित होती है कहानी...
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29 Hits Pushpa Singh Feb 17, 2024, 2:55 PM
नाटक एक प्रमुख दृश्य काव्य है। यह एक ऐसी अभिनयपरक विधा है, जिसमे सम्पूर्ण मानव जीवन का रोचक वर्णन होता...
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