जीभ का रंग सफ़ेद होने के कारन, लक्षण और बचाव

इस पोस्ट में आप जीभ का रंग सफ़ेद होने की समस्त जानकारी समझेंगे।

शरीर के अन्य अंगो की सफाई तो रोज जम कर की जाती है लेकिन मुँह की सफाई करते समय सबसे ज्यादा समय दांतो को दिया जाता है और जीभ लोग साफ करना भूल जाते है।

जीभ पर जमी सफ़ेद परत अचानक से देखने पर मन में भय पैदा कर देती है लेकिन ऐसा जरुरी नहीं है की सफ़ेद जीभ हर स्तिथि में हानिकारक हो लेकिन कभी-कभी सफ़ेद जीभ का होना गंभीर बीमारी की ओर संकेत करता है।

इस आर्टिकल में आप जीभ का रंग सफ़ेद होने का कारण, लक्षण, घरेलू उपाए और बचाव पढ़ेंगे।

तो चलिए आर्टिकल को पढ़ना शुरू करते है।

जीभ का रंग सफ़ेद होने का कारण

1. जीभ का रंग सफ़ेद होने के कई कारण है जैसे जीभ की सही तरह सफाई न करना, दूध, पनीर और मछली जैसे प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थो का सेवन करना और शराब, सिगरेट और धूम्रपान का सेवन करना इसके अलावा और भी अन्य कारण है जिसके कारण जीभ पर सफ़ेद परत जम जाती है और उसका रंग सफ़ेद दिखने लगता है।

2. कैंडिडिआसिस की समस्या जिसे ओरल थ्रश के नाम से भी जाना जाता है यह एक प्रकार का फंगल इन्फ़ेक्सन है यह कैंडीडा नाम के यीस्ट के कारण होता है इसमें गाल, तालू , और गले के साथ जीभ पर भी सफेद रंग के धब्बे नजर आते है।

3. ल्यूकोप्लाकिया यह एक ऐसी समस्या है जो मुँह में लार और नमी के कारण पैदा होती है इसमें जीभ, मुँह और गाल के अंदर सफ़ेद रंग के धब्बे दिखाई देते है।

यह समस्या धूम्रपान, तम्बाकू, शराब और बीड़ी सिगरेट पीने वालो में अधिक देखी जाती है।

4. ओरल लाइकेन प्लेनस यह एक एलर्जी या प्रतिरक्षा प्रणाली से जुड़ा बिकार है इसमें मुँह के साथ जीभ पर भी सफ़ेद रंग के चकते और धारिया दिखाई देने लगती है।

5. सिफलिस यह एक प्रकार का यौन संबंधी रोग है जो अधिक बढ़ जाने पर जीभ पर सफ़ेद रंग के चकते नजर आने लगते है।

सफ़ेद जीभ के लक्षण

जीभ का रंग सफ़ेद होना

जीभ पर खाद्य पदार्थ जमा होने से जीभ का रंग सफ़ेद होने लगता और पदार्थ सड़ने से मुँह से बदबू भी आने लगती है।

ऊपर का तालू जीभ से स्पर्श करने से रुई जैसा महसूस होना।

खाद्य पदार्थ का सेवन करने से उसका स्वाद न आना जीभ का सफेद होने का मुख्य कारण है।

मुँह में छाले आ जाना, गाल और मुँह का लाल हो जाना और छालो में दर्द होने से कुछ भी खाते न बनना।

खाद्य पदार्थ को चबा कर निकलने में दर्द करना।

जीभ का जो हिस्सा सफ़ेद हो गया है वह कठोर महसूस होना।

मसालों में मिर्ची,नमक और खट्टी चीजों का बिल्कुल भी सेवन न कर पाना।

मुँह के किनारो पर लाल होने के साथ चिटकन होना जीभ के सफ़ेद होने का अहसास करती है।

जीभ के सफ़ेद रंग को घर में ही ठीक करने के घरेलू उपाए

नमक - आधा चम्मच नमक को गर्म पानी में डालकर चम्मच से अच्छे से घोल ले अब उससे अच्छे से कुल्ला करे, यह प्रकिया आपको कम से कम 10 से 15 दिन तक नियमित रूप से करना है।

हल्दी - हल्दी पाउडर में नींबू का रस मिला कर टूथ पेस्ट से पतला पेस्ट बना ले और पूरी जीभ पर लगा कर 5 से 6 मिनट के लिए छोड़ दे उसके बाद साफ पानी से कुल्ला कर ले।

जीभ के सफ़ेद रंग को साफ करने के लिए यह प्रकिया 5 दिन तक दिन में नियमित रूप से एक बार जरूर करे।

एलोवेरा - ताजे एलोवेरा से जूस बना कर कुल्ला करे जूस से कुल्ला करने के बाद 10 से 20 मिनट रुक जाए उसके बाद साधारण पानी से कुल्ला कर ले।

जीभ का साधारण रंग लाने के लिए यह उपाय 15 दिन तक दिन में एक बार जरूर करे।

ग्लिसरीन - एक चम्मच ग्लिसरीन को एक कप गर्म पानी में मिला कर कुल्ला करे यह प्रकिया आप दिन में दो तीन बार कर सकते है और जब तक करना है जब तक की जीभ का सफेद रंग पूरी तरह से ठीक न हो जाए।

बेकिंग सोडा - बेकिंग सोडा और नींबू की कुछ बूंदे डाल कर टूथ पेस्ट जैसा पेस्ट बना ले, अब इस पेस्ट को जीभ पर लगा कर ब्रश से जीभ को साफ करे, याद रहे ब्रश नरम हो नहीं तो जीभ छील सकती है जिससे जीभ में घाव भी सकते है, जीभ को दो मिनट तक हल्के हाथो से ब्रश से साफ करने के बाद साफ पानी से कुल्ला कर ले यह प्रकिया केवल 5 से 6 दिन में ही जीभ के सफ़ेद रंग को लाल रंग में बदल देगी।

नारियल का तेल - नारियल के तेल से कुल्ला करने से भी जीभ पर जमे बैक्टीरिया साफ हो जाते है और जीभ का सफ़ेद रंग साफ हो जाता है।

सेब का सिरका - एक चम्मच सेब के सिरके को एक कप पानी में मिला कर कुल्ला करे और 15 मिनट बाद साफ पानी से कुल्ला कर ले, यह उपाए आप जीभ का पूरा सफ़ेद रंग साफ होने तक करे।

यदि जीभ में दर्द, जलन, भोजन चबाने में दर्द, निकलने में गले में, बुखार, कमजोरी और स्किन रैशेज होने पर डॉक्टर से जरूर परामर्श ले।

सफ़ेद जीभ से बचाव

जीभ सफ़ेद होने से बचाने के लिए निम्न बातो को ध्यान में रखे।

  1. दांतो के साथ जीभ की भी नियनित रूप से सुबह उठने के बाद और रात में सोने से पहले अच्छे से सफाई करे।

  2. संतुलित आहार का सेवन करे ताकि प्रतिरोधक क्षमता ठीक से काम करे और ताकि मुँह में हानिकारक जीवाणुओं की संख्या नियंत्रित रहे।

  3. खाद्य पदार्थ का सेवन करने के बाद कुल्ला करे ताकि दांतो के बीच में फसे भोजन के कण पानी के साथ बाहर निकल जाए।

  4. शराब, तम्बाकू और सिगरेट के सेवन से दूर रहे।

सफेद जीभ और उससे जुड़े कारणों को जानने के बाद आशा है की आपके मन में कोई संका नहीं बची होगी।

इस आर्टिकल में दिए गए उपाय आपकी समस्या को ठीक कर सकते है तो फिर देर किस बात की पूरे आर्टिकल को अच्छे से पढ़े और दिए गए घरेलू उपाए को उपयोग में लगाए।

यदि आर्टिकल पसंद आया हो तो अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करे ताकि वो भी सफेद जीभ से बचाव की दिशा में सही कदम उठा सके।

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