साबुन (Soap)-
उच्च अणुभार वाले संतृप्त या असंतृप्त लम्बी शृंखला वाले कार्बोक्सिलिक अम्लों (वसीय अम्लों) के सोडियम या पोटैशियम लवणों का मिश्रण, साबुन कहलाता है।
साबुन निम्न प्रकार के होते है - 1. कठोर साबुन, 2. मृदु साबुन, 3. पारदर्शी साबुन।
साबुन और अपमार्जक में अंतर
क्र. | साबुन | अपमार्जक |
1. | ये केवल मृदु जल के साथ ही झाग उतपन्न करते है। | ये कठोर एवं मृदु दोनों प्रकार के जल के साथ झाग उतपन्न करते है। |
2. | ये कठोर जल में उपस्थित Ca एवं Mg लवणों के साथ अविलेय पदार्थ बनाते है। | जल में उपस्थित Ca व Mg लवणों के साथ अविलेय पदार्थ नहीं बनाते है। |
3. | साबुन अपमार्जक की तुलना में कपड़े कम साफ़ करते है। | अपमार्जक कपड़े, अधिक साफ़ करते है। |
4. | साबुन युक्त पानी नदी और तालाब की पानी को प्रदूषित नहीं करते है | अपमार्जक युक्त पानी नदी और तालाब के पानी को प्रदूषित करते है। |
5. | साबुन तेल युक्त होते है इसलिए इनमे सफाई का गुण कम होता है। | अपमार्जक तेल रहित होता है इसलिए इसमें साबुन की तुलना में अधिक होता है |
6. | साबुन में कम आद्रता का गुण पाया। | अपमार्जक में साबुन की तुलना अधिक आद्रता गुण पाया जाता है। |
7. | साबुन का जलीय विलयन क्षार होता है। | अपमार्जक का जलीय विलियन उदासीन होता है। |
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