ऐल्डिहाइड एवं कीटोन में समानताएँ एवं असमान्यताएँ

ऐल्डिहाइड एवं कीटोन कमरे के तापमान पर ठोस या द्रव होते है एल्केन में अंतिम कार्बन से जुड़े दो हाइड्रोजन परमाणुओं को एक ऑक्सीजन परमाणु द्वारा विस्थापित करने पर जो कार्बनिक यौगिक प्राप्त होता है उसे ऐल्डिहाइड कहते है।

ऐल्डिहाइड एवं कीटोन में समान्यताएँ एवं असमान्यताएँ

समानताएँ 

 

क्र. ऐल्डिहाइड  कीटोन 
1. हाइड्रोकार्बन मूलक में हैलोजनीकरण होता है।  हाइड्रोकार्बन मूलक में हैलोजनीकरण होता है। 
2 . अपचयित होकर प्राथमिक एल्कोहॉल बनाता है। अपचयित होकर द्वितीयक एल्कोहॉल बनाता है। 
3 . HCN के साथ क्रिया करके सायनोहाइड्रिन बनाता है।  ऐल्डिहाइड की भाति सायनोहाइड्रिन बनाता है। 
4 . NaHSO2 के साथ ऐल्डॉक्सिम बनाता है  एल्डिहाइडो की भाति सोडियम बाईसल्फाइट 
5 . PCI5 के साथ डाइहैलोजन व्युतपन्न बनाता है।  ऐल्डिहाइड के समान डाइहैलोजन व्युतपन्न बनाता है।
6. NH2OH  के साथ ऐल्डॉक्सिन बनाता है। समान दशाओ के अंतर्गत कीटॉक्सिम बनाता है।
7.  C6H5NHNH2 के साथ फेनिल हाइड्रोज़ोन बनाता है।  फेनिल हाइड्रोजोन बनाता है।

असमानताएँ

 

क्र.  ऐल्डिहाइड  कीटोन
1.  अमोनिया के साथ एल्डीहाइडेमोनिया बनाता है।  जटिल यौगिक बनाता है। 
2.  ऐल्कोहॉल के साथ एसीटल बनाता है। क्रिया नहीं होती।
3.  ऑक्सीकृत होकर समान कार्बन परमाणुओं से युक्त वसीय अम्ल बनाता है। कठिनाई के साथ ऑक्सीकृत होकर अम्ल बनाता है जिसमे कार्बन परमाणुओं की संख्या कीटोन से कम होती है।
4. अमोनियामय AgNO3 विलयन को सिल्वर में अपचयित करता है।  अपचयित नहीं करता है।
5. फेहलिंग विलयन को लाल Cu2O में अपचयित करता है। फेहलिंग विलयन को अपचयित नहीं करता है।
6. शीघ्र बहुलीकरण होता है।  बहुलीकरण नहीं होता है।
7.  NaOH विलयन के साथ भूरा रेजिन पदार्थ बनाता है। NaOH विलयन के साथ रेजिन नहीं बनाता है।
8.   शिफ़ अभिकर्मक के गुलाबी रंग को पुनः उतपन्न करता है। शिफ अभिकर्मक के रंग को पुनः उतपन्न नहीं करता। 
   

 

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