हमारे घरो में बहुत सारी चीजे ऐसी होती है जो दिखने ठोस, चमकदार, नरम और नाजुक होते है शीशा, बर्तन रबर आदि जो हमारे घर में दीखते है इनका उपयोग भी हम करते है यह हमें पर्यावरण से प्राप्त होती है जिन्हे दो भागो में बाटा गया है धातु और अधातु में जिन्हे लोहा, एल्युमिनियम आदि के नाम से जाना है।
धातु और अधातु में अंतर
क्र. | धातु | अधातु |
1. | धातुएँ क्षारीय ऑक्साइड बनाती है, जिसमे से कुछ क्षार बनाते है। | अधातुएँ अम्लीय अथवा उदासीन ऑक्साइड बनाती है। |
2. | धातुएँ अम्लों से अभिक्रिया करके हाइड्रोजन गैस पुनः स्थापित करती है। | अधातुएँ अम्लों में से हाइड्रोजन गैस को पुनः स्थापित नहीं करती है। |
3. | धातुएं धनात्मक आवेश की प्रकृति की होती है। | अधातुएँ ऋणात्मकआवेश की प्रकृति की होती है। |
4. | कुछ धातुएं हाइड्रोजन से संयोग करके हाइड्राइड बनाती है, जो विधुत संयोजक होते है। | अधातुएँ हाइड्रोजन के साथ अनेक स्थायी |
5. | धातुएं अपचायक है। | हाइड्रोजन बनाती है, जो सहसंयोजक होते है। |
6. | धातुएं जल विलयन में धनायन बनाती है। | अधातुएँ ऑक्सीजन है। |
7. | समान्य अवस्था में धातु ठोस अवस्था में पाई जाती है। | समान्य अवस्था में अधातुएँ गैस तथा ठोस अवस्था में पाई जाती है। |
8. | धातु तनु अम्ल के साथ अभिक्रिया करके हाइड्रोजन गैस देता है। | अधातु तनु अम्ल के साथ अभिक्रिया नहीं करते है। |
9. | सभी धातुएं चमकीली होती है। | अधातु में कोई चमक नहीं होती है। |
10. | धातु का गलनांक एवं क्वथनांक उच्च होता है। | अधातु का गलनांक एवं क्वथनांक निम्न होता है |
You must be logged in to post a comment.