प्रत्येक जीव जंतु के शरीर में उपस्थित DNA में एक जीन उपस्थित होता है जीव जन्तुओ में एक लक्षण को पीढ़ी दर पीढ़ी कूटबृद्ध करता है और विभिन्न जीवो में ये जीन अलग अलग रूपों में मौजूद होता है इसी तरह फीनोटाइप में जीव या व्यक्ति अपने माता पिता से फीनोटाइप प्राप्त नहीं कर सकते है।
जीनोटाइप और फीनोटाइप में अंतर
क्र. | फीनोटाइप | जीनोटाइप |
1. | फीनोटाइप जीव के विभिन्न गुणों जैसे- आकार, आकृति,रंग एवं स्वभाव आदि को व्यक्त करता है। | जीनोटाइप जीव के जैनिक संगठन को व्यक्त करता है, जो की उसमे विभिन्न लक्षणों को निर्धारित करता है |
2. | यह दिखाई देता है। | यह दिखाई नहीं देता है। |
3. | समान फीनोटाइप वाले जीवों की जीनी संरचना समान हो सकती है। | समान जीनोटाइप वाले जीवो की फीनोटाइप सदैव समान रहती है। |
4. | इनका ऊपरी रूप ही इनका प्रतिनिधित्व करता है। | इनका स्थापन पूर्वज के गुणों के आधार पर किया जा सकता है। |
5. | बाह्य लक्षण फीनोटाइप बनाते है | किसी जीव का अनुवांशिक संघटन उसका कहलाता है। |
6. | फीनोटाइप पर्यावरण समय के साथ प्रभावित होता है। | जीनोटाइप पर फीनोटाइप का प्रभाव नहीं होता है। |
7. | इसे प्रत्यक्ष प्रेक्षणों से जाना जाता है | भिन्न जीनोटाइप वाले जीवो का फीनोटाइप एक सा हो सकता है। |
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