धनात्मक विचलन वाले विलयन - इस प्रकार के विचलन में विलयन के प्रत्येक घटक का आंशिक वाष्प दाब राउलट नियम के आधार पर अपेक्षित वाष्प दाब से अधिक होता है यह विचलन उन विलयनों द्वारा दर्शाया जाता , जिनमे A-A विलायक- विलायक तथा B-B विलेय विलेय अन्योन्य क्रियाएँ या आकर्षण A-B विलायक विलेय अन्योन्य क्रिया या आकर्षक से प्रबल होती है।
ऋणात्मक विचलन - इस प्रकार के विलयनों में प्रत्येक घटक का आंशिक वाष्प दाब राउलट नियम द्वारा अपेक्षित वाष्प दाब से कम होता है। इस प्रकार का विचलन उन विलयनों द्वारा दर्शाया जाता है जिनमे A -A विलायक-विलायक और B-B विलेय विलेय अन्योन्य क्रियाएँ A-B विलायक- विलेय अन्योन्य क्रिया से दुर्बल होती है। विलयन में अणुओ के मध्य अन्योन्य क्रिया में वृद्धि जाने के कारण उनकी विलयन के पृष्ठ से हटने की प्रवत्ति कम हो जाती है।
धनात्मक एवं ऋणात्मक विचलन में अंतर
धनात्मक विचलन | ऋणात्मक विचलन | |
1. | विलयन का वाष्प दाब व् घटको के आंशिक वाष्प दाबो के मान राउलट नियम द्वारा परिवर्तन मानो से अधिक होते है | विलयन का वाष्प दाब व घटको के आंशिक वाष्प दाबो के मान राउलट नियम द्वारा परिवर्तन मानो से कम होते है। |
2. | एक निश्चित संघटन पर विलयन का वाष्प दाब अधिकतम होता है अतः क्वथनांक निम्नतम होता है। | एक निश्चित संघटन पर विलयन का वाष्प दाब निम्नतम व क्वथनांक उच्चतम होता है। |
3. | निम्न तापीय संकवाथी विलयन जबङाता है। | उच्च तापीय संकवाथी विलयन बनाता है |
4. | विलयन बनने के प्रक्रम में ऊष्मा का शोषण होता है। | विलयन बनने की प्रक्रिया में ऊष्मा का क्षेपण होता है। |
5. | विलयन का आयतन घटको के आयतनों के जोड़ से अधिक होता है, क्योकि अंतराअणुक बल कम हो जाता है। | विलयन का आयतन घटको के कुल आयतन से कम होता है, क्योकि अन्तराणुक बल बढ़ जाता है। |
6. | CH3COCH3+CS2 | उदाहरण CHCL3+CH3COCH3 |
इस प्रकार के विलयनों में प्रत्येक घटक का आंशिक वाष्प दाब राउलट नियम द्वारा अपेक्षित वाष्प दाब से कम होता है। इस प्रकार का विचलन उन विलयनों द्वारा दर्शाया जाता है जिनमे A -A विलायक-विलायक और B-B विलेय विलेय अन्योन्य क्रियाएँ A-B विलायक- विलेय अन्योन्य क्रिया से दुर्बल होती है। विलयन में अणुओ के मध्य अन्योन्य क्रिया में वृद्धि जाने के कारण उनकी विलयन के पृष्ठ से हटने की प्रवत्ति कम हो जाती है।
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