भौतिक अधिशोषण - जब अधिशोषित पदार्थ के अनु अधिशोषक की किसी सतह से दुर्बल आकर्षण बलों के द्वारा बंधे रहते है, तब इसे भौतिक अधिशोषण कहते है।
रासायनिक अधिशोषण - जब अधिशोषण पदार्थ के अणु अधिशोषण की सतह पर उन बन्धो या बलों के द्वारा रोके जाते है जोकि सामान्य रासायनिक बन्धन के निर्माण में प्रयुक्त होते है, तो इसे रासायनिक अधिशोषण कहते है।
भौतिक एवं रासायनिक अधिशोषण में अंतर
क्र. | भौतिक अधिशोषण | रासायनिक अधिशोषण |
1. | अधिशोष्य और अधिशोषक के मध्य दुर्बल वाण्डर वाल्स बल कार्य करते है। | अधिषय और अधोशोषक के मध्य प्रबल रासायनिक बल कार्य करते है। |
2. | अधिशोषण ऊष्मा का मान कम (20-40 kj mol -1 ) | उच्च अधिशोषण ऊष्मा (200-400 kj mol -1 ) होती है। |
3. | निम्न ताप पर होता है तथा ताप वृद्धि पर घटता है। | उच्च ताप पर होता है। |
4. | उत्क्रमणीय | अनुत्क्रमणीय |
5. | इसकी प्रकृति विशिष्ट नहीं होती है। उदाहरणार्थ,ठोस की सतह पर सभी गैंसो का समान रूप से अधिशोषण होता है। | इसकी प्रकृति विशिष्ट होती है तथा यह तभी होता है जब अधिशोष्य और अधिशोषक के मध्य बन्ध स्थापित होता है। |
6. | अधिशोषण होने वाले पदार्थ की दाब में वृध्दि करने पर अधिशोषण की दर में वृध्दि होती है। | दाब बढ़ाने से अधिशोषण दर में कमी होती है। |
7. | अधिशोषण की मात्रा गैस के द्रवण की सहजन पर निर्भर करती है। | अधिशोषण की मात्रा और गैस के द्रवण की सहजता में कोई संबंध नहीं है। |
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